इंदौर। नृसिंह जयंती पर आज शहर भर में उत्साह से आयोजन किए गए। पश्चिम क्षेत्र स्थित मंदिर में सुबह भक्तों ने प्रभात फेरी निकाली। इसके पश्चात जुलूस में शामिल हुए। शाम को मंदिर परिसर से भगवान नृसिंह की सवारी निकाली जाएगी। जांगड़ा पोरवाल समाज द्वारा आज से दो दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ भी छत्रिबाग स्थित मंदिर से होगा। यहां अष्टधातु से निर्मित भगवान का विग्रह पूजन होगा, जबकि 225 साल पुराने भगवान नृसिंह के मुखोटे पर स्वर्ण वरक चढ़ाया गया। narsing jayanti in indore मंदिर के पुजारी छोटे लाल शर्मा ने बताया कि जयंती को लेकर कल से ही मंदिरों में तैयारियां शुरु की गई थी। इसके अलावा अन्य देवी-देवताओं के मुखौटो पर साज-सज्जा की गई थी।
भगवान नृसिंह की मूर्ति यशवंत राव होलकर को महेश्वर के जंगल में शिकार के दौरान मिली थी। इस मूर्ति को होलकर शासक युद्ध में अपने साथ सम्मान के साथ ले जाते थे। युद्ध से लौटने के बाद इस मूर्ति का विधिवत पूजन के साथ फिर से स्थापना की जाती थी। जयंती पर शाम 5 बजे 21 विद्धवानों द्वारा श्रीसूक्त व पुरुषसूक्त के पाठ और दूध-दही-शहद-केसर से निर्मित पंचामृत से अभिषेक किया जाएगा। उधर, प्रभात फेरी के बाद सुबह 9 बजे मंदिर में काकड़ा आरती हुई। आरती के बाद भक्तों को माखन मिश्री का प्रसाद बांटा गया। सुबह 11 बजे पंडित बसंत खटोड़ द्वारा भगवान के प्राकट्य उत्सव का कथा वाचन तथा दोपहर 12 बजे उत्सव आरती की गई।