बारिश का कहर, 2000 सैलानी फंसे, 11 लापता, ट्रेवलर बही

देहरादून। दक्षिण-पश्चिम मानसून पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में कहर बरपा रहा है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में जोरदार बारिश हो रही है। हिमाचल में ऑरेंज अलर्ट के बीच मौसम ने कहर मचाया। कुल्लू जिले में चार जगह सैंज के जीवानाला, गड़सा के शिलागढ़, मनाली के स्नो गैलरी और बंजार के होरनगाड़ और धर्मशाला के खनियारा की मनूणी खड्ड में बादल फटने से आई बाढ़ ने भारी तबाही मची। कुल्लू में आठ गाडिय़ां, 10 पुलिया और एक बिजली प्रोजेक्ट बह गया। सैंज के रैला बिहाल में बादल फटने से तीन लोग बह गए हैं।
उधर, धर्मशाला के समीप खनियारा में मनूणी खड्ड में आई बाढ़ में निर्माणाधीन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के 10 से अधिक मजदूरों की बहने की सूचना है। अभी तक दो लोगों के शव बरामद कर लिए हैं। एसडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं और रेस्क्यू ऑपेरशन जारी है। सैंज घाटी के शैंशर, शांघड़ और सुचैहन पंचायत क्षेत्रों में 150 से अधिक पर्यटक वाहनों के साथ 2,000 से अधिक पर्यटक फंस गए हैं। सिउंड के पास मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण उन्हें क्षेत्र से बाहर निकलने का रास्ता नहीं है। लाहौल में भी 25 पर्यटक फंसे हैं।
हिमाचल में बादल फटने से तबाही : हिमाचल प्रदेश में कुल्लू जिले में सैंज, गड़सा, मनाली और बंजार के अलग-अलग क्षेत्रों में बादल फटने की घटनाएं सामने आईं। सैंज के रैला बिहाल में बादल फटने से तीन लोग बह गए हैं। धर्मशाला के खनियारा की मनूणी खड्ड में बादल फटने से आई बाढ़ में निर्माणाधीन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के 10 से अधिक मजदूर बह गए हैं। बचाव कार्य चल रहा है। सैंज घाटी में अलग-अलग क्षेत्रों में 150 से अधिक वाहनों के साथ 2,000 से अधिक पर्यटक फंस गए हैं।
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