नकली नोट चलाने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह का, पुलिस ने किया पर्दाफाश 

इंदौर शहर में अवैधानिक गतिविधियों पर नियंत्रण हेतु मुखबिर तंत्र को सक्रिय करने पर, सहायक पुलिस आयुक्त विजय नगर आदित्य पटले को एक विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली थी लसूडिया क्षेत्र अंतर्गत एक गिरोह इस समय सक्रिय है जो नकली नोट मार्केट में चला रहा है तथा इन्हीं का एक सदस्य नकली नोट लेकर देवास नाका के पास खड़ा है।

प्राप्त सूचना की गंभीरता को देखते हुये पुलिस आयुक्त नगरीय संतोष सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नगरीय अमित सिंह द्वारा त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये । जिस पर पुलिस उपायुक्त जोन 02 अभिनय विश्वकर्मा द्वारा अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अमरेन्द्र सिंह व सहायक पुलिस आयुक्त विजयनगर आदित्य पटले के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी तारेश कुमार सोनी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर, योजना बना कार्यवाही के लिए लगाया गया। गठित टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए देवास नाका के पास से संदिग्ध आरोपी शुभम उर्फ पुष्पांशु रजक को पकड़ कर आरोपी से पाँच सौ रुपये के कुल 46 नकली नोट जप्त किए गए आरोपी ने पूछताछ पर बताया कि उक्त नोट नसरुल्लागंज निवासी महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा से खरीदे हैं। जिसके आधार पर आरोपी महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा को नसरुल्लागंज जिला सीहोर से गिरफ्तार किया गया।

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आरोपी महिपाल से पूछताछ में जानकारी मिली कि उपरोक्त नोट नागपुर निवासी मनप्रीत द्वारा भेजे गए हैं तथा आरोपी महिपाल ने अभी तक ₹20 लाख के नकली नोट मनप्रीत से ख़रीदे हैं जिन्हें आरोपी अनुराग चौहान निवासी रहठी जिला नसरुल्लागंज तथा मोहसिन खान निवासी खजराना इंदौर को बेचे हैं।उक्त जानकारी के आधार पर आरोपी मोहसिन निवासी खजराना इंदौर एवं आरोपी अनुराग चौहान निवासी रेहटी जिला सीहोर को भी गिरफ्तार किया गया व आरोपियों से नकली नोट बरामद किए गए हैं। प्रकरण के बाद मुख्य सरगना मनप्रीत सिंह विर्क निवासी नागपुर महाराष्ट्र को उसके घर से गिरफ्तार किया गया ।

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने साथी मलकीत सिंह विर्क के साथ किराए के लिए हुए फ्लैट पर उक्त नकली नोट बनाता है जिसके संपूर्ण उपकरण आरोपी मलकीत सिंह के घर पर छिपा के रखा है आरोपी मलकीत सिंह की निशादेही पर नकली नोट बनाने के उपकरण जिसमें 3 लेजर कलर प्रिंटर , 2 लैमिनेशन मशीन , ए फोर साइज के 85 जी एस एम कागज जिन पर 500 व 200 रुपए के नोट छपे हुए हैं तथा नोट बनाने में प्रयुक्त होने वाली वॉटरमार्क व्हाइट इंक आदि सामग्री जप्त की गई । पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अभी तक 20 से 22 लाख के नकली नोट तैयार कर बेचे हैं। आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनको न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर रिमांड लिया गया है जिनसे और अधिक पूछताछ की जा रही है ।

गिरफ्तार आरोपी मलकीत सिंह विर्क उम्र 28 साल निवासी चोक्स कालोनी कामटी रोड नागपुर महाराष्ट्र
2- मनप्रीत सिंह विर्क उम्र 26 साल निवासी चॉक्स कालोनी कामटी रोड नागपुर महाराष्ट्र
3- महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा उम्र 22 साल निवासी डांडिया वास तहसील भाड़ा जिला जोधपुर हाल निवासी शास्त्री कालोनी नसरुल्हगंज जिला सीहोर 4-अनुराग सिंह चौहान उम्र 22 साल निवासी होली टेकरा ग्राम रेटी जिला सीहोर 5- मोहसिन खान उम्र चौबीसाल निवासी दाऊदी नगर खजराना इंदौर 6- शुभम उर्फ पुष्पांशु रजक उम्र कॉल26 साल निवासी 1009 पु मछरी थाना लाडगंज जिला जबलपुर वर्तमान निवासी स्कीम 136 इन्दौर जप्त सामान
1-एचपी तथा केनन कंपनी के 3 लेजर प्रिंटर
2- जेके कंपनी के ए 4 साइज के 85 जीएसएम कागज जिन पर 500 व 200 रुपए के नकली नोट छपे हैं।
3- दो लिमिनेशन मशीन
4- नोट पर आरबीआई की पट्टी चिपकाने हेतु चमकीली पन्नी
5- एक एचपी कंपनी का लैपटॉप
6- नोट कटिंग हेतु छोटी काँच की टेबल
7- सफेद वाटरमार्क इंक
8- ₹500 के कुल 70 नोट
उक्त संपूर्ण कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी लसुडिया निरीक्षक तारेश कुमार सोनी व टीम के उप निरीक्षक अरुण मलिक, उप निरीक्षक मुकेश झारिया, उप निरीक्षक संजय बिश्नोई, प्र.आर.नरेश चौहान, प्र.आर.आजय प्रजापति,प्र.आर. नीरज रघुवंशी, प्र.आर.प्रणीत भदौरिया, आरक्षक बेनू धनगर, आरक्षक विनीत , आर.आनंद जाट, आकाश त्रिवेदी, रामकुमार मीणा तथा साइबर टीम से आरक्षक प्रवीण की महत्वपूर्ण व उल्लेखनीय भूमिका रही ।