Crime News: इंदौर में 13 वर्षीय एक लड़के के साथ दो किशोरों द्वारा कुकर्म

A 13-year-old boy was raped by two teenagers in Indore
A 13-year-old boy was raped by two teenagers in Indore

इंदौर  । इंदौर शहर के एक स्कूल परिसर में मासूमियत को तार-तार करने वाली एक जघन्य घटना सामने आई है। यहाँ 13 वर्षीय एक लड़के के साथ दो किशोरों द्वारा कथित तौर पर कुकर्म और अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने शनिवार को इस दिल दहला देने वाली घटना की पुष्टि की। इस वारदात के बाद, पीड़ित परिवार को अनिवार्य मेडिकल टेस्ट कराने के लिए दर-दर भटकना पड़ा, जिसने व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और अब इस चौंकाने वाली देरी की गहन जाँच के आदेश दिए गए हैं। अन्नपूर्णा पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी (SHO) अजय नायर ने बताया कि आरोपी लड़के, जिनकी उम्र 16 और 17 साल है, को हिरासत में ले लिया गया है और उन्हें सुधार गृह भेज दिया गया है।

नायर के मुताबिक, यह घटना गुरुवार को हुई जब पीड़ित स्कूल परिसर के खुले मैदान में खेल रहा था। उसी दौरान आरोपियों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। पुलिस ने स्पष्ट किया कि आरोपी स्कूल के छात्र नहीं थे; उनमें से एक मैकेनिक है, और आसपास के बच्चे अक्सर इस खुले परिसर में खेलने आते हैं। इस मामले में लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। पीड़ित के परिचितों ने जो खुलासा किया, वह बेहद परेशान करने वाला है। उनके अनुसार, लड़के को जिला अस्पताल में कानूनी रूप से अनिवार्य स्वैब टेस्ट के लिए भेजा गया, लेकिन लंबे इंतजार के बाद परिवार को बताया गया कि अस्पताल में यह सुविधा उपलब्ध ही नहीं है। परिवार ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) से भी संपर्क साधा, पर कोई मदद नहीं मिली।  A 13-year-old boy was raped by two teenagers in Indore

उनका दावा है कि FIR दर्ज होने के पूरे 17 घंटे बाद बच्चे को सरकारी एमवाय अस्पताल ले जाया गया, जहाँ अंततः उसका टेस्ट हो सका। पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की कि पुलिसकर्मी भी टेस्ट के दौरान पीड़ित के साथ थे। एमवाय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक यादव ने इस अमानवीय देरी पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जाँच के आदेश दिए हैं।

उन्होंने कहा, मैंने देरी के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) और जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा है। डॉ. यादव ने इस बात पर भी जोर दिया कि स्वैब टेस्ट की सुविधा छोटे स्वास्थ्य केंद्रों पर भी उपलब्ध है, जिससे इस संवेदनशील मामले में हुई लापरवाही पर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं और दोषियों पर कार्रवाई की उम्मीद है।

source – ems