…और जैसी उम्मीद थी, रिमझिम बरखा में समाज के अनेक परिवारों ने हरियाली महोत्सव का आनंद लिया

…और जैसी उम्मीद थी, रिमझिम बरखा में समाज के अनेक परिवारों ने आज के हरियाली महोत्सव का आनंद लिया।
ठाकुर जी को लाड़ लड़ाये, झूले झुलाया, भजन गाये, पितृ तर्पण किया, भगवान का शिव अभिषेक किया, गौ सेवा की, बैलगाड़ी पर सेल्फ़ी ली और लंबे समय बाद अपनों के साथ टिफ़िन का आनंद लिया। समाज द्वारा की गई गरमा गरम आलू बड़े और हलवे की सेवा की क्या बात…
थारा टिफ़िन में कई माल है मासी..
मैं तो दही का चावल बनई के लई हूँ..
बड़ा बई सा का हाथ का अरवी का पत्ता भोत दिन बाद खाया…
भैया हमारी टेबल पर भी आओनीं…
भाभी पुलाव ज़ोरदार है बन्यो है आज..
यो ले म्हारा यां को गोंदी को अचार तो चख..
म्हारी जावरा वाली छोटी बेन भी अई है..

ये वार्तालाप सुन लिये प्रयास सफल हो गया।

अरसे बाद ऐसा अनोखा आयोजन श्री अहिल्या माता गौशाला के सहयोग से श्री जांगड़ा पोरवाल पंचायती सभा द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम के आदरणीय सूत्रधार का मनःपूर्वक साधुवाद जिनकी ऐसा आयोजन करने की कल्पना थी।
लंबे समय तक याद रहेगी यह टिफ़िन पार्टी।
सबका सबकी तरफ़ से खूब धन्यवाद!

जय हो!

🖌️संजय मेहता